Indian Media: भारत में मीडिया - समाज के लिए वरदान या अभिशाप। Prerna Mishra - Lets Care Society
Indian Media: भारत में मीडिया - समाज के लिए वरदान या अभिशाप। Prerna Mishra - Lets Care Society
मीडिया क्या है? मीडिया का निर्माण किस उद्येश्य से किया गया है? भारत और मीडिया दोनों का ही रिश्ता बहुत पुराना है।आज की मीडिया जो हमारे समाज में एक अहम भूमिका निभा रही हैं क्या वो समाज के लिए वरदान साबित हो रही या अभिशाप?? मीडिया का अर्थ है जनसंचार का माध्यम। माध्यम जिससे हम देश - दुनिया की जानकारी प्राप्त कर सकें चाहें वो टीवी हो,रेडियो हो,अखबार हो, मैगज़ीन या किसी तरह की इंटरनेट सुविधा हो, भारतीय समाज आज भी संस्कृति और सभ्यता को मानता है,ऐसे समय में मीडिया एक अहम भूमिका निभा रही हैं आने वाले पीढ़ी के लिए, मीडिया की कहीं बातों को आज एक सच्चाई के रूप में लिया जाता है आज ऐसी स्थिति में मीडिया का इस्तेमाल मनोरंजन के तौर पर भी हो रहा है,जो मीडिया शुरूआती दौर में केवल जानकारी देने का माध्यम था जिससे हम देश दुनिया की खबरें केवल 20 मिनट सुनते थे आज वो 24*7 बन गया है।जब न्यूज़ 24*7 बन गया है तो इसमें खबरों के अलावा मनोरंजन की चीजे भी दिखाई जाने लगी है। मीडिया का आगमन अंग्रेज़ो के समय पर ही हो गया था, दूरदर्शन और रेडियो मीडिया के महत्वपूर्ण माध्यम थे, इन माध्यमों के द्वारा समाज को जागरूक करने का कार्य प्रारंभ किया गया था और देश के युवाओं के अंदर देश भक्ति जागृत की गई थी। यह सब हमें जितना आसान आज दिख रहा है वो उस वक़्त बहुत कठिन कार्य था। परंतु आज मीडिया के क्षेत्र में कई बदलाव आए है 90 के दशक में दूरदर्शन और रेडियो से हटकर एक न्यूज़ चैनल सामने आया था,शुरूआत के दौर में उसका समय 3-4 घंटे का था परंतु कुछ दिनों बाद उन्होंने अपनी समय सीमा को बढ़ा कर 24*7 कर दिया। कुछ दिनों बाद 2005 के आस पास कई सारे न्यूज़ चैनल और अख़बार समाज में दिखने लगे और अन्य नए बदलाव सामने आए या यूं कहे की हम मीडिया के माध्यम से अन्य समाज अन्य देश के बारे में जानकारी प्राप्त करने लगे थे और उनसे अच्छा करने की ललक ने हमारे मीडिया को एक अलग पहचान दे दी, क्या यह अलग पहचान समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाई यह एक सोचने का विषय बन जाता है।
भारत में मीडिया को समाज का दर्पण कहां जाता है अर्थात् समाज की जैसी स्थिति है उसी रूप में दर्शाया जाए। आज मीडिया के माध्यम से देश डिजिटलाईजेशन की ओर बढ़ता ही जा रहा है,जो एक देश के लिए गर्व की बात है।
आज समाज में दोहरे तरह के लोग है अच्छे और बुरे,अब हमारी मीडिया का प्रयोग अच्छे और बुरे दोनों मानसिकता के लोग करते है ऐसे में कुछ गलत लोगों की मानसिकता के कारण मीडिया समाज में बदनामी झेल रहा है।कई ऐसी सूचना है जिसे बिना तर्क,बिना पूर्ण जानकारी के लोग शेयर कर देते है।फेसबुक, इंस्टा आज के युवा के द्वारा ज्यादा उपयोग किया जा रहा है,ऐसे में इनकी अपनी अलग भाषा हो गई है उसे मीडिया की भाषा भी कहा जाता है, कभी कभी यह भाषा अभद्र भी हो जाती है ऐसे में हमारे आगे की पीढ़ी क्या सीखेगी,ऐसे लोगो को हमारे आगे की पीढ़ी के बारे में सोचना अति आवश्यक है।
आज विश्व महामारी के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में मीडिया ही एकमात्र वरदान साबित हो रही है आज मीडिया का उपयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है जिससे कई तरह के लाभ हमारे देश,हमारे विश्व को पहुंच रहे है आज मीडिया नहीं होती तो आपस में संचार का माध्यम ख़तम हो जाता,लोगो के पास जानकारियां नहीं पहुंच पाती,विश्व आर्थिक संकट में डूब जाता ऐसे में मीडिया ही है जिसके द्वारा हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में मीडिया भारत के समाज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व ग्राम के लिए वरदान है।
धन्यवाद्
प्रेरणा मिश्रा

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